दर्दे ए SSC SSC की तैयारी करने वाले हर छात्र की कहानी

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EKमिडिल क्लास घर में जन्म लेने वाले लड़के के सपने तो बहुत होते है पर वो उन्हें पूरा शायद ही कभी कर पता होगा हमें पता होता है की हमें बड़े होकर सरकारी नौकरी ही करनी है क्योकि उसके आलावा हमारे पास कोई दूसरा रास्ता नहीं नही होता और सच कहे तो मिडिल क्लास आदमी थोडा डरा हुआ भी रहता है 
तो ये मेरी नहीं नहीं मेरे जैसे बहुत से मिडिल क्लास वाले स्टूडेंट्स की कहानी है 
पचपन से ही पढाई में काफी होशियार था 
भाई साहब हमने क्लास 8th में स्कूल टॉप किया और 9  में पूरी कक्षा में अव्वल तो लगाने लगा  10th पास करेंगे १२थ पास और फिर ग्रेजुएशन  फिर नौकरी पर मेरा ये सोचना ठीक वैसा ही सपना था जैसे कोई नायक नायका बस 1 टुक देख कर ही सारी  जिंदगी की कोरी कल्पना कर कर लेते है  और फिर उनका सपना चन्न से टूट जाता है, मेरे एस सपने कोई आइना दिखाया ssc नामक बाला ने .
वो दिन याद है जब पहली बार ssc के लिए कोचिंग गया था मन में जोश था उमंग थी गुरु जी से पुछा ssc का कोर्स कितने दिन में पूरा हो जाता था गुरु जी ने 1 टूक जबाब दिया हम पूरा कोर्स 6 महीने में पूरा करा देंगे, ये सुनते ही मानो मेरे जोश, उमंग को पर लग गए हो और में उस समय फूला नहीं समां रहा था जाएगा|
सोच रहा था 6 महीने और पढूंगा और फिर सीधा इंस्पेक्टर 
खैर आगे बड़ते है क्लास में गया तो चारो तरफ भीड़ थी सब अपने अपने काम में व्यस्त थे कोई राकेश यादव तो कोई  एस डी यादव तो कोई तराईन कोई हल्दी घाटी तो कोई करंट अफैर्स में एस प्रकार मशगूल था मानो जैसे कोई प्रेमी अपनी प्रेमिका के नशीले नैनो में निहार रहा हो | में चुपचाप पनके के नीचे वाली सीट पे बैठ गया |
बैठते ही मन में बिचार आया किसी से मित्रता की जाए और ssc के बारे थोड़ी जानकारी ली जाई चुकी ssc के विषय में मुझे जयादा जानकारी नहीं थी बस इतना पता था अच्छे नंबर आ गये तो income टैक्स में इंस्पेक्टर बन जायेंगी 
बैठे ही एक लड़के ने पूछा पहला दिन है जबाब में मैंने कहा है | आतुरता में आके मैंने उनसे भी पूछ लिया और आपका - तो जबाब मिला मुझे काफी समय हो गया है 
तो मैंने सोचा हुआ होगा 3-4 महीने, लेकिन मैंने फिर पुचा कितना समय हो गया 
तो जबाब मिला 2 साल से पढ़ रहे जबाब सुनते ही मन में थोडा संदेह आया और मेरा ध्यान गुरु जी की कही हुयी बात पे गया जो उन्होंने कहा था कोर्स 6 महीने में ख़तम हो  जाएगा
तो मैंने फिर उससे सवाल किया पर कोर्स तो 6 महीने का है 
तो उदास और व्यथित मन के साथ उत्तर मिला अभी तुम नए हो धीरे धीरे समझ आ जायेगा |
मन में थोड़ी संका हुयी पर जोश ज्यादा था तो मन में ही कहा अरे होगा 
जब तक क्लास में गुरु जी प्रवेश कर गए वे रीजनिंग पढ़ाने वाले थे 
विषय था कोअडिंग डी कोडिंग  गुरु जी के पढ़ाने के 10 मिनट बाद मुझे लगा की एसा भी कुछ होता है क्या होता है तो क्यों है पर धीरे धीरे जो वो बता रहे थे समझ में आने लगा 
खैर अब कहानी थोड़ी फ़ास्ट फोर्वोर्ड करते है लगभग 6 महीने बाद जब ssc 10+2 का पपेर आया तो बड़ा प्रसन्न हुआ और सोचा मैंने तो CGL के लिए पढ़ा है ये तो क्लियर कर ही दूंगा और ये मेरी सबसे बड़ी भूल थी 
एग्जाम दिया तो 57 क्वेश्चन ही करे थे की क्या देखता हु समय समाप्ति की घोषणा 
में दुखी था अपने आप पे क्रोधित था परेशान था पर मुझे क्या पता था ये तो बस शुरुआत है 
उस दिन समझ आया की क्यों उस भाई ने कहा था नए नए समझ आ जायेगा अब मुझे लगभाग ssc नमक दलदल में फसे 2 साल बीत चुके है और ना में एस दलदल को पार कर पा रहा हु ना एस दलदल को छोड़कर पीछे हट पा रहा हु क्योकि उधर घर वाले आस लगाये बैठे है 
और मुझे लगता हाउ यह मेरी नहीं मुझ जैसे कही aspirants  कहानी है पेपर देते है रिजल्ट का वेट करते है कोई प्रे क्लियर करता है कोई मैन्स तो किसी का फाइनल नहीं हो पाता 
और दुःख तब भी होता है जब घर वाले पूछते है रिजल्ट का क्या हुआ अब क्या जबाब दे उनको तो बस उस वक़्त चेहरे पे खामौसी कमी कर लेते है सब संजग जाते है नहीं हुआ 
और जब फैल हो जाते है तो महीने 2 महीने डिप्रेशन में रहने के कारण ना ही पढ़ पाते है ना ही खा पाते है 
पर आँखों में एक नयी उमंग लिए 2 महीने बाद फिर से उठाते है लुसेंट , राकेश यादव, पैरामाउंट और लग जाते है अगले इम्तिहान की तैयारी में ईएसआई उम्मीद से की कभी तो उजाला आयेगा | उस उअजले की कह्तिर ना जाने कितने युवा अपनी राते कली कर रहे है मैं भी अपनी और तमाम लोगो की कहानी रात के 2:37  पर लिखा रहा हु 
अच्छा चलो कहानी यही तक रखते है एक मोचक टेस्ट लग्न है CGL २०२४ की तैयारी करनी है बाकी कहानी फिर कभी  

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